फतेहपुर- न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी फतेहपुर - मुस्लिम समुदाय रमजान महीने का चांद दिखाई देने पर 25 अप्रैल से रोजों की शुरुआत करेगा। कोरोनावायरस संक्रमण और लॉकडाउन को देखते हुए इस बार मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज भी होना मुश्किल है। यदि चांद नजर नहीं आता तो फिर रोजों की शुरुआत 26 अप्रैल यानी इतवार से होगी।
शहर काजी मौलाना क़ाज़ी फरीद उद्दीन ने बताया कि सहरी और इफ्तार का पहला रोजा 25 अप्रैल को
शनिवार के दिन होगा। पहले रोजे के लिए सहरी का वक्त सुबह 4:05 मिनट बजे रहेगा। जबकि रोजेदार शाम 6:39 मिनट बजे इफ्तार करेंगे। पहले रोजे के दौरान करीब 15 घंटे रोजेदार इबादत में गुजारेंगे। 25 अप्रैल के हिसाब से आखिरी रोजा 24 मई को होगा। 25 मई को ईद मनाई जाएगी। इस दौरान इस मुबारक महीने में कुल 4 बार जुमे की नमाज अदा होगी। आखिरी जुमा 22 मई को होगा।
तरावीह की नमाज नहीं होने के आसार
रमजान के मुबारक महीने के मौके पर मुस्लिम समुदाय तरावीह की विशेष नमाज अदा करता है। इसकी शुरुआत रमजान का चांद होने पर 24 अप्रैल की रात से ही हो जाएगी। यदि 24 अप्रैल को चांद नहीं होता है तो फिर तरावीह की नमाज की शुरुआत 25 अप्रैल से होगी। वहीं देशभर में कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन और कर्फ्यू की स्थिति है। ऐसे में आने वाले रमजान में तरावीह की विशेष नमाज भी होने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। जिस तरह से लोग घरों में नमाज अदा कर रहे हैं माना जा रहा है कि ऐसे में ही उन्हें रमजान में भी घरों में रहकर ही इबादत करनी होगी।
घर में ही रह कर इबादत करें- क़ाज़ी फरीद उद्दीन
मौलाना क़ाज़ी फरीद उद्दीन का कहना है कि आज दुनिया में कोरोना की वजह से लॉकडाउन व कर्फ्यू है। हमारे देश में भी गवर्नमेंट की तरफ से हुक्म है घरों से बाहर न निकलें। कोरोना बहुत ही ख़तरनाक वायरस है। इसका इलाज यही है कि सब अपने घरों में रहें। जल्द ही रमजान का मुबारक महीना भी आने वाला है। लॉकडाउन जल्द हटने के आसार नहीं हैं। ऐसे में लोग तरावीह की नमाज के लिए भी मस्जिद नहीं पहुंचे। घर में ही नमाज अदा करें